यह घटना 6 अक्टूबर 2025 की सुबह हुई, जब रमेश रुलानिया अपने घर से जिम जा रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने रंगदारी (फिरौती) की मांग पूरी न होने पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। रमेश रुलानिया को पहले भी करोड़ों रुपये की रंगदारी के लिए धमकियां मिल रही थीं, लेकिन उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया था। इसी कारण गैंग के शूटर ने उन पर फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गया।
घटना के बाद व्यापारिक समुदाय में भारी आक्रोश है और क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है

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