आयोजन समिति के सदस्य छोटू राम स्योर ने बताया कि इस यात्रा सुबह 6:15 रवाना होगी जिसमें 251 कावड़िये कावड़ लेकर आएंगे, ग्रामीणों द्वारा रास्ते में जगह जगह कावड़ियों पर पुष्प वर्षा होगी।
सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह भगवान शिव को समर्पित समय होता है, जब आस्था का सैलाब पूरे भारत में उमड़ पड़ता है। इस महीने की सबसे प्रमुख और दिव्य परंपराओं में से एक है कांवड़ यात्रा।
क्या है कांवड़ यात्रा?
कांवड़ यात्रा एक पवित्र यात्रा है जिसमें भक्तगण – जिन्हें कांवड़िया कहा जाता है – दूर-दराज के तीर्थस्थलों से गंगाजल लेकर अपने स्थानीय शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं। यह जल हरिद्वार, गंगोत्री, गौमुख या अन्य पवित्र स्थानों से लाया जाता है।
कांवड़ का अर्थ
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