हाल ही में हिस्ट्रीशीटर सफीक खान की जमानत पर जेल से रिहाई के दौरान निकाले गए जुलूस में शामिल कई वाहनों को पुलिस ने डिटेन किया है। बताया जा रहा है कि यह वही सफीक खान है जो पूर्व में धमकी देने के प्रकरण में जेल में बंद था।
पुलिस जांच में सामने आया कि कुछ लोगों ने उसकी रिहाई के समय जुलूस निकालकर सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो पोस्ट किए, जिससे अपराध का महिमामंडन होता दिखा। इस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जुलूस में शामिल वाहनों को जब्त किया और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है।
पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने स्पष्ट किया कि –
> “अपराधियों को सोशल मीडिया पर फॉलो करने, उनका महिमामंडन करने या किसी भी रूप में समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। समाज में यह संदेश देना आवश्यक है कि अपराध और अपराधियों का समर्थन किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।”
इस कार्रवाई से पुलिस ने यह साफ संकेत दिया है कि अपराधियों के glorification (महिमामंडन) को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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