रहे नाबालिग बालिका अपहरण प्रकरण में आखिरकार
पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जिला पुलिस की
विशेष टीम ने अथक प्रयासों के बाद अपहृता बालिका
को जयपुर से दस्तयाब कर लिया। बालिका को
आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद बाल कल्याण
समिति नागौर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से
आदेशानुसार उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई – कई राज्यों में की गई तलाश
एसपी श्रीमती ऋचा तोमर के निर्देशन में, अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक (कुचामन सिटी) नेमीचन्द खारिया
और वृताधिकारी अरविन्द विश्नोई के सुपरविजन में
थानाधिकारी सतपाल सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का
गठन किया गया था। टीम ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश,
बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में
तलाशी अभियान चलाया। तकनीकी संसाधनों और
सोशल मीडिया की मदद से सुराग जुटाए गए। बस
स्टैंड, रेलवे स्टेशन और सार्वजनिक स्थानों पर इश्तिहार
जारी किए गए। आखिरकार 11 अक्टूबर को जयपुर से
बालिका को सुरक्षित दस्तयाब किया गया।
बालिका के नाबालिग होने के कारण उसे बाल कल्याण
समिति, नागौर के समक्ष पेश किया गया। समिति के
निर्देशानुसार पहले उसे नारी निकेतन, अजमेर भेजा
गया और बाद में वन स्टॉप सखी सेंटर नागौर में रखा
गया। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद
बालिका को पुनः समिति के निर्देश पर परिजनों के
सुपुर्द कर दिया गया।
पूरी टीम को सराहना
थानाधिकारी सतपाल सिंह के नेतृत्व में टीम में शामिल
उप निरीक्षक जीवराज सिंह, हेड कांस्टेबल रामदेव
पूरी, गजेन्द्र सिंह, शिवलाल, गोपाल सिंह, प्रेम स्वामी
(साइबर सेल), केसाराम, राजकुमार, गिरवर कंवर और
जितेन्द्र सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने इस अभियान में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
27 अगस्त का हुआ था अपहरण
गौरतलब है कि 27 अगस्त को कुचामन सिटी में एक
नाबालिग बालिका का अपहरण कर लिया गया था।
समाज और परिजनों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शनों
और धरनों के बाद पुलिस ने विशेष टीम गठित की थी।
इस प्रकरण को लेकर कुमावत समाज ने हाल ही में
मुख्यमंत्री आवास जयपुर और भाजपा नेताओं को
ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्रवाई की मांग की थी।
हालांकि मामले में नामजद आरोपी अब तक पुलिस की
गिरफ्त से दूर है ऐसे में लोगों का आक्रोश कम नहीं
हुआ है और लोगों ने मामले में जल्द से जल्द आरोपी
की गिरफ्तारी की मांग की है

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