जैसलमेर। जिले के फतेहगढ़ उपखंड के डांगरी गाँव में मंगलवार रात उस समय सनसनी फैल गई जब 50 वर्षीय किसान खेत सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई। खेत सिंह ने गाँव के पास कुछ शिकारियों को हिरण का शिकार करने से रोका था। इसी बात को लेकर आरोपियों ने धारदार हथियारों से हमला कर उनकी जान ले ली।
घटना के बाद पूरे गाँव में माहौल गरमा गया। गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपियों की एक दुकान को आग के हवाले कर दिया, जिसकी लपटों में आसपास की अन्य तीन दुकानें भी जलकर राख हो गईं। अचानक फैले तनाव के बाद गाँव में कर्फ्यू जैसी स्थिति बन गई और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए।
पुलिस और प्रशासन सतर्क
हत्या और आगजनी की सूचना मिलते ही जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर और सिरोही जिलों से 400 से अधिक पुलिसकर्मी गाँव में तैनात किए गए। एसपी अभिषेक शिवहरे और जिला कलेक्टर प्रताप सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है तथा पूरे गाँव में बैरिकेडिंग की गई है।
आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले में लाडू खान, आलम खान और खेते खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से दो आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है जबकि एक अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
ग्रामीणों में गुस्सा, नेताओं की प्रतिक्रिया
घटना के बाद गाँव के लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्दोष किसान को केवल इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसने शिकारियों का विरोध किया।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर घटना की निंदा करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक समाज में ऐसी बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। वहीं विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाकर पीड़ित परिवार को न्याय और आर्थिक सहायता की माँग की।
फिलहाल हालात काबू में
पुलिस और प्रशासन की लगातार चौकसी के चलते स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। हालांकि गाँव में तनाव अभी भी बना हुआ है और सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं।
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